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Coronavirus महामारी से 1929 की महामंदी के बाद सबसे खराब दौर में पहुंचेगी विश्व की अर्थव्यवस्था: IMF

कोरोना (Coronavirus) महामारी से 1929 की महामंदी (Global recession) के बाद सबसे खराब दौर में पहुंचेगी विश्व की अर्थव्यवस्था: IMF

Coronavirus महामारी से 1929 की महामंदी के बाद सबसे खराब दौर में पहुंचेगी विश्व की अर्थव्यवस्था: IMF

Coronavirus महामारी से 1929 की महामंदी के बाद सबसे खराब दौर में पहुंचेगी विश्व की अर्थव्यवस्था: IMF

दुनिया भर की अर्थव्यवस्था 1929 की महामंदी के बाद का सबसे बुरे दौर देखने वाली है। IMF (अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष) ने चेतावनी दी है। कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी की वजह से देशों द्वारा किए गए लॉकडाउन (Lockdwon) से IMF (अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष) का मानना है कि 2020 का साल वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए काफी खराब रहने वाला है। कोरोना वायरस(Coronavirus) महामारी की वजह से देशों द्वारा किए गए लॉकडाउन(Lockdwon) से वैश्विक अर्थव्यवस्था 1929 की ‘द ग्रेट डिप्रेशन’ “Great Depression” (महामंदी) के बाद का सबसे खराब दौर से गुजरने वाली है।

IMF का मानना है कि 2020 का साल दुनिया भर की अर्थव्यवस्था के लिए काफी खराब रहने वाला है। IMF (अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष) का अनुमान है कि 2020 साल वैश्विक अर्थव्यवस्था में 1930 के दशक की महामंदी के बाद की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिलेगी। गौरतलब है कि इसके पहले 1929 में दुनिया भर में महामंदी आई थी। कोरोना वायरस(Coronavirus) की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था तबाह हो रही है। दुनिया भर की सरकारों ने करीब 8 लाख करोड़ डॉलर के राहत पैकेज दिए हैं, लेकिन यह काफी नहीं लग रहा |

1930 के दशक की महामंदी की एक तस्वीर

IMF की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलीना जॉर्जिवा ने कहा कि दुनिया इस संकट की अवधि को लेकर असाधारण रूप से अनिश्चित है, लेकिन यह पहले ही साफ हो चुका है कि 2020 में वैश्विक वृद्धि दर में जोरदार गिरावट आएगी। जॉर्जिवा ने कहा, ‘हमारा अनुमान है कि हम 1929 की महामंदी के बाद की सबसे बड़ी गिरावट (Global recession) देखेंगे।’ आज दुनिया ऐसे संकट से जूझ रही है, जो उसने पहले कभी नहीं देखा था। कोविड-19 (Covid-19) ने हमारी आर्थिक और सामाजिक स्थिति को काफी तेजी से खराब किया है। ऐसा हमने पहले कभी नहीं देखा था।’ उन्होंने कहा कि इस वायरस से लोगों की जान जा रही है और इससे मुकाबले के लिए लॉकडाउन (Lockdwon) करना पड़ा है, जिससे अरबों लोग प्रभावित हुए हैं। कुछ सप्ताह पहले सब सामान्य था, बच्चे स्कूल जा रहे थे, लोग काम पर जा रहे थे, हम परिवार और दोस्तों के साथ थे। लेकिन आज यह सब करने में बहुत जोखिम है।

जॉर्जिवा ने कहा कि इस संकट से उभरते हुए देशों और विकासशील देशों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचेगी, जिन्हें वापिस उभरने के लिए सैकड़ों अरब डॉलर की विदेशी सहायता की जरूरत पड़ेगी।

न्यूज़ डेस्क – ग्रेट नेशन न्यूज़

Written by GNN Online