6 अगस्त 1945 : मानव इतिहास का कलंक, 6 अगस्त 1945 : मानव इतिहास का कलंक
6 अगस्त को हिरोशिमा के बाद 9 अगस्त को नगासाकी पर बमबारी की गई थी।जब 72 साल पहले बसा–बसाया हीरोशिमा हुआ शमशान घाट| बमबारी शुरू होने के आधे दिन के भीतर ही दोनो शहर तबाह हो गए थे।
हिरोशिमा पर हुई बमबारी में डेढ़ लाख से भी ज्यादा लोग जान गवा चुके थे। नागासाकी में 80,000 लोग मरे थे। छह दिनों की खौफनाक तबाही के बाद जापान ने अमेरिका के आगे घुटने टेक दिए थे।
उस दिन की याद में 6 अगस्त को हिरोशिमा दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिरोशिमा इस दुनिया का वो शहर है, जो मौत के मलबे से दोबारा उठ खड़ हुआ है।