दुनियाभर के वैज्ञानिक और रिसर्च सेन्टर कोरोना वायरस (Coronavirus) की ऐसी किट बनाने में लगे हुए हैं जो से संक्रमित मरीजों का तुरंत पता लगा सके। भारत ने भी कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित मरीजों का पता लगाने की किट अब तैयार कर ली है और 2 दिन पहले यह किट बाजार में भी उतार दी गई। इस किट के मार्केट में आने के बाद उम्मीदे लगाई जा रही है कि भारत में अब कोरोना वायरस (Coronavirus) को और तेजी से काबू में किया जा सकेगा।
हम आप को बता दें कि महाराष्ट्र के पुणे की माईलैब डिस्कवरी सैल्युएशन (Mylab Discovery Solutions) ने COVID-19 Testing Kit को बनाने में सफलता हासिल कर ली है और इसको ICMR की ओर से मंजूरी भी मिल गई है। बताया जा रहा है कि कंपनी ने अपनी किट का पहला बैच जो 150 के करीब है उसे पुणे, मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली और गोवा के डायग्नोस्टिक लैब में भेज दिया है। माईलैब डिस्कवरी के निदेशक डॉ गौतम वानखेड़े ने बताया कि सरकार से COVID-19 की टेस्टिंग किट को मंजूरी मिलने के बाद कंपनी ने किट बनाने का काम तेज कर दिया है। हमारा अगला बैच सोमवार को बाहर भेजा जाएगा।
माईलैब की रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रमुख वायरलॉजिस्ट मीनल दकवे भोसले ने अपनी डिलीवरी से एक दिन पहले तक इस COVID-19 की टेस्टिंग किट के परीक्षण पर काम किया और आज यह किट बाजार में कोरोना से लड़ने को तैयार है। मीनल ने बताया कि हमारी COVID-19 की टेस्टिंग किट ढाई घंटे में सही परीक्षण कर देती है जबकि विदेशों से आने वाली किट छह से सात घंटे लगाती है। मीनल ने बताया कि उनकी टीम ने इस किट को सबसे कम समय में तैयार किया है। उन्होंने बताया कि इस किट को तैयार करने में तीन या चार महीनों नहीं केवल छह सप्ताह लगे हैं। मीनल दकवे भोसले ने टेस्ट किट सफल होने के बाद एक बच्ची को जन्म दिया है। मीनल ने बताया कि यह काफी जटिल समस्या थी, कम समय में ये किट तैयार की जानी थी। हमारी टीम ने इस किट को तैयार करने में काफी मेहनत की है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को जन्म देने से ठीक एक दिन पहले 18 मार्च को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) द्वारा मूल्यांकन के लिए अपनी किट जमा करवाई थी। उन्होंने मुझे खुशी है कि हमारा प्रयास सफल रहा।
न्यूज़ डेस्क – ग्रेट नेशन न्यूज़