Nirbhaya case: तिहाड़ में पहली बार एक साथ 4 को फांसी के लिए 4 तख्त तैयार, जल्लाद का नाम भी हुआ तय :
निर्भया कांड में दोषियो को फांसी देने की तारीख अभी तय नहीं हुई है लकिन तिहाड़ जेल प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली। तिहाड़ में पहली बार चार लोगों को एक साथ फांसी देने की तैयारी कर ली है।
निर्भया केस में फांसी की सजा पाए चारों दोषियों विनय, अक्षय, मुकेश और पवन पर जेल प्रशासन लगातार नजर रख रहा है। सूत्रों का कहना है कि चारों दोषी जेल के कर्मचारियों से उनके बारे में चल रही खबरों में अक्सर पूछते रहते हैं। उन्हें यह पता है कि तिहाड़ जेल संख्या 3 में स्थित फांसी घर में कुछ हलचल शुरू हुई है।
तिहाड़ के डीजी संदीप गोयल कहते हैं कि चारों को साथ फांसी दी जाएगी। तिहाड़ जेल में पहली बार चार लोगों को एक साथ फांसी देने की तैयारी हो गयी है। वहीं, चारों दोषियों की हर 24 घंटे में नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच की जा रही है। चारों दोषियों पर जेलकर्मियों के अलावा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल व तमिलनाडु पुलिस के जवान चौबीस घंटे नजर रख रहे हैं। जेल सूत्रों के अनुसार, इसकी बड़ी वजह इस बात की आशंका है कि घबराहट की स्थिति में कोई कैदी खुद को नुकसान या आत्महत्या की कोशिश जैसे कदम न उठा ले। इनके सेल के आसपास नियमित तौर पर लगे कैमरे के अलावा उच्च क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कैमरे की फुटेज की निगरानी के लिए जेल कर्मचारी 24 घंटे तैनात रहते हैं।
तिहाड़ की जेल नंबर-3 में फांसी की तैयारी की जा रही है, वही संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को भी रखा गया था। फांसी कोठी से लगते हुए ही 16 हाई रिस्क सेल हैं। इन्हीं में से एक में संसद हमले के दोषी अफजल को रखा गया था। इसी से लगती हुई 50 स्क्वायर मीटर जगह में फांसी कोठी बनाई गई है। इसके गेट पर हर समय ताला लगा रहता है। फांसी कोठी के गेट से अंदर घुसते ही बाईं तरफ फांसी का तख्त है। इसमें फांसी देने वाले प्लेटफॉर्म के नीचे एक बेसमेंट बनाया गया है। बेसमेंट में जाने के लिए करीब 20 सीढ़ियां हैं, जिनसे नीचे उतरकर फांसी पर लटकाए गए कैदी को बाहर निकाला जाता है।
तिहाड़ में इससे पहले संसद पर हमले के दोषी अफजल को फांसी दी गई थी। तब तिहाड़ जेल के ही एक कर्मचारी ने अफजल को फांसी दी थी। जेल मेनुअल के हिसाब से फांसी की तैयारी की जा रही है। अभी तारीख तो तय नहीं हुई है, लेकिन हमारी तैयारी पूरी है।